ओबेसिटी : एक साइलेंट किलर

 



1. ओबेसिटी (मोटापा) क्या है? उसके लक्षण

परिभाषा:
ओबेसिटी एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में अत्यधिक चर्बी (फैट) जमा हो जाती है, जिससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

लक्षण:

  • पेट, कमर और जांघों पर चर्बी का जमा होना
  • थकान जल्दी लगना
  • सांस फूलना
  • जोड़ दर्द
  • आलस्य और नींद की अधिकता
  • ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर का बढ़ना

2. ओबेसिटी के कारण

  • ज्यादा कैलोरी खाना और कम खर्च करना
  • शारीरिक गतिविधि का अभाव
  • प्रोसेस्ड फूड, शक्कर, तले हुए भोजन का अधिक सेवन
  • नींद की कमी
  • तनाव
  • हार्मोनल असंतुलन (थायरॉयड, PCOS)
  • आनुवंशिक कारण

3. क्या विटामिन D की कमी मोटापे का कारण है?

हाँ। विटामिन D की कमी मेटाबॉलिज्म को स्लो करती है और फैट सेल्स को बढ़ावा देती है। इसकी कमी से शरीर ऊर्जा जलाने के बजाय उसे स्टोर करने लगता है।


4. लाइफस्टाइल डिज़ीज क्या हैं?

  • डायबिटीज़
  • हाई ब्लड प्रेशर
  • ओबेसिटी
  • थायरॉइड
  • फैटी लिवर
  • हार्ट डिजीज

यह बीमारियाँ हमारे रहन-सहन के कारण होती हैं और इन्हें सुधार कर रोका जा सकता है।


5. हड्डियों में कैल्शियम, कोलेजन और विटामिन D का ओबेसिटी पर प्रभाव

  • ओबेसिटी से हड्डियों पर अधिक दबाव पड़ता है जिससे घुटनों का दर्द और हड्डियों की कमजोरी बढ़ती है।
  • विटामिन D की कमी से कैल्शियम का अवशोषण कम होता है।
  • कोलेजन घटने से जोड़ों की लचीलापन कम हो जाती है।

6. स्क्रीन टाइम ओबेसिटी को कैसे बढ़ाता है?

  • ज्यादा मोबाइल/टीवी देखने से शारीरिक गतिविधि कम होती है।
  • स्नैकिंग (बार-बार कुछ खाते रहना)
  • नींद में खलल
  • हॉर्मोनल असंतुलन

7. शादी के बाद वजन क्यों बढ़ता है?

  • भोजन में बदलाव
  • पार्टनर के साथ आरामदायक लाइफ
  • शारीरिक गतिविधि में कमी
  • महिलाओं में गर्भावस्था के बाद वजन बढ़ना

8. नींद का ओबेसिटी से संबंध

  • कम नींद से घ्रेलिन (भूख हॉर्मोन) बढ़ता है और लेप्टिन (तृप्ति हॉर्मोन) घटता है।
  • इससे क्रेविंग बढ़ती है और फैट स्टोर होता है।

9. आनुवंशिक (30%) और लाइफस्टाइल (70%) कारण

  • मोटापा 30% तक आनुवंशिक हो सकता है।
  • लेकिन 70% जीवनशैली पर निर्भर करता है, जिसे हम नियंत्रित कर सकते हैं जैसे – खानपान, व्यायाम, नींद, तनाव।

10. लेट नाइट भोजन से मोटापा

  • रात को देर से खाने से भोजन पचने में दिक्कत होती है
  • फैट के रूप में स्टोर हो जाता है।
  • लिवर पर लोड बढ़ता है और शुगर स्पाइक होता है।

11. तनाव का प्रभाव

  • तनाव से कॉर्टिसोल हॉर्मोन बढ़ता है, जो फैट को पेट में जमा करता है।
  • इमोशनल ईटिंग बढ़ जाती है।
  • मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है।

12. ज्यादा भूखा रहना क्यों नुकसानदेह?

  • शरीर starvation mode में चला जाता है।
  • मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है।
  • फैट बर्न नहीं होता बल्कि अधिक स्टोर होता है।

13. भारत में ओबेसिटी से मृत्यु दर

  • भारत में ओबेसिटी से जुड़ी बीमारियों के कारण प्रतिवर्ष लाखों मौतें होती हैं।
  • भविष्यवाणी है कि 2030 तक भारत में हर तीसरा व्यक्ति ओवरवेट या मोटा होगा।

14. ओबेसिटी: साइलेंट किलर क्यों?

  • धीरे-धीरे शरीर के अंगों को नुकसान पहुंचाता है
  • ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, स्ट्रोक, डायबिटीज़ आदि का खतरा बढ़ाता है
  • लक्षण देर से दिखते हैं पर तब तक शरीर कमजोर हो चुका होता है

15. संतुलित आहार अनुपात

  • 20% फैट (अच्छे फैट: बादाम, घी, नारियल तेल)
  • 20% प्रोटीन (दालें, अंडा, पनीर, PPP)
  • 40% कॉम्प्लेक्स कार्ब्स (ज्वार, बाजरा, ओट्स, ब्राउन राइस)

16. एक जगह बैठने से मेटाबोलिज्म धीमा

  • टेबल वर्क, ऑफिस जॉब आदि में ज्यादा देर बैठने से कैलोरी खर्च कम होती है।
  • हर 30 मिनट में उठना जरूरी है।

17. ज्यादा हरी सब्जी में कम कैलोरी

  • हरी सब्जियाँ कम कैलोरी, ज्यादा फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं।
  • वजन घटाने में सहायक हैं।

18. पुरुष व महिला के लिए दैनिक कैलोरी आवश्यकता

  • पुरुष: 2200–2500 kcal (काम के आधार पर)
  • महिला: 1800–2200 kcal

वजन घटाने के लिए इसे 500 kcal तक घटाना चाहिए।


19. हेल्दी फूड और डेली वर्कआउट जरूरी

  • अच्छा भोजन शरीर को पोषण देता है
  • व्यायाम चर्बी कम करके मांसपेशी बनाए रखता है

20. घर के काम करते हुए व्यायाम

  • पोछा लगाना, झाड़ू, बर्तन साफ करना – सब कार्डियो के बराबर होता है
  • सीढ़ियां चढ़ना-उतरना भी एक बेहतरीन व्यायाम है

21. पेट साफ रहना जरूरी

  • अगर पेट साफ नहीं होता, तो टॉक्सिन्स इकट्ठे होते हैं जिससे मेटाबोलिज्म धीमा होता है
  • उपाय: गुनगुना पानी, फाइबर, त्रिफला, अलसी, योग (पवनमुक्तासन)

22. हाइट से आदर्श वजन निकालना

  • पुरुष: Height (cm) को 100 से घटाना
  • महिला: Height (cm) को 105 से घटाना

जैसे: 160 cm की महिला का आदर्श वजन = 55 kg


23. खुश रहना भी दवा है

  • मानसिक तनाव शरीर के हार्मोन्स पर असर करता है।
  • खुश रहने से एंडोर्फिन और सेरोटोनिन बढ़ते हैं जो वेट लॉस में मदद करते हैं।

24. मोटापे के प्रकार और मृत्यु दर पर प्रभाव

  • प्रकार 1: 10 किलो तक – सामान्य चेतावनी
  • प्रकार 2: 10–20 किलो – मध्यम जोखिम
  • प्रकार 3: 20–25+ किलो – उच्च जोखिम
  • प्रकार 3 मोटापा मृत्यु दर को दोगुना कर देता है, खासकर दिल और किडनी संबंधी बीमारियों में।


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