लाल भाजी
रेड अमरंथ (लाल भाजी / लाल चौलाई / Rajgira Leaves) एक अत्यंत पौष्टिक हरी पत्तेदार सब्जी है, जो स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है। इसमें अनेक महत्वपूर्ण विटामिन्स, मिनरल्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं। नीचे इसका पोषण विवरण और शारीरिक लाभ दिया गया है:
🔬 मुख्य न्यूट्रिएंट्स (प्रति 100 ग्राम पत्तियों में)
| न्यूट्रिएंट | मात्रा | शरीर में कार्य |
|---|---|---|
| आयरन (Fe) | ~2.3 mg | हीमोग्लोबिन बनाता है, एनीमिया से बचाता है |
| कैल्शियम (Ca) | ~215 mg | हड्डियों और दांतों की मजबूती |
| पोटैशियम (K) | ~500 mg | रक्तचाप नियंत्रण, मांसपेशियों के कार्य |
| विटामिन A (बीटा कैरोटीन) | ~6100 IU | आंखों की रोशनी, त्वचा व इम्युनिटी |
| विटामिन C | ~43 mg | रोग प्रतिरोधक क्षमता, एंटीऑक्सीडेंट |
| फाइबर | ~1.8 g | पाचन में सहायक, कब्ज से राहत |
| फोलेट (B9) | ~85 µg | गर्भवती महिलाओं के लिए ज़रूरी, RBC उत्पादन |
| मैग्नीशियम (Mg) | ~55 mg | नसों और हड्डियों के लिए आवश्यक |
| प्रोटीन | ~2.5 g | कोशिकाओं का निर्माण और मरम्मत |
🌿 रेड अमरंथ के स्वास्थ्य लाभ
- ✅ रक्त निर्माण में सहायक – उच्च आयरन और फोलेट से एनीमिया में लाभदायक।
- 🦴 हड्डियों को मजबूत बनाता है – कैल्शियम और मैग्नीशियम से।
- 👁️🗨️ आंखों और त्वचा की रक्षा – विटामिन A और C से भरपूर।
- 💪 इम्यून सिस्टम बूस्ट करता है – विटामिन C व एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण।
- 🍽️ वजन घटाने में मददगार – कम कैलोरी और ज्यादा फाइबर होने से पेट भरा रहता है।
- 💧 पाचन सुधारता है – फाइबर की अच्छी मात्रा से।
- 🧠 तनाव कम करने में सहायक – मैग्नीशियम मस्तिष्क को शांत करता है।
⚠️ किसे सावधानी रखनी चाहिए?
- किडनी स्टोन वाले लोग – इसमें ऑक्सालेट्स होते हैं जो पथरी को बढ़ा सकते हैं।
- थायरॉयड रोगी – बहुत अधिक मात्रा में सेवन न करें क्योंकि इसमें Goitrogens होते हैं।
लाल भाजी (रेड अमरंथ) में मौजूद goitrogens (ग्वाइट्रोजन) थायरॉइड ग्रंथि की कार्यप्रणाली को बाधित कर सकते हैं, खासकर यदि इन्हें बड़ी मात्रा में और लगातार कच्चे रूप में खाया जाए।
परंतु अच्छी बात यह है कि इन्हें कुछ सरल रसोई तकनीकों से निष्क्रिय किया जा सकता है।
✅ Goitrogens को निष्क्रिय करने के सुरक्षित उपाय:
1. उबालना (Boiling)
- लाल भाजी को 2–3 मिनट तक उबालें।
- इससे goitrogens का स्तर काफी कम हो जाता है।
- उबालने के बाद पानी फेंक दें (क्योंकि goitrogens पानी में घुल जाते हैं)।
2. भाप में पकाना (Steaming)
- 5–7 मिनट तक स्टीम करें।
- यह तरीका पोषक तत्वों को सुरक्षित रखते हुए goitrogens को कम करता है।
3. कढ़ाई में हल्के तेल या पानी के साथ भूनना
- लाल भाजी को प्याज, लहसुन, हल्दी के साथ सौते करें।
- यह भी goitrogens को कम करता है और स्वाद बढ़ाता है।
4. नींबू या टमाटर के साथ सेवन करें
- विटामिन C आयरन के अवशोषण को बढ़ाता है, जो थायरॉइड के लिए लाभदायक है।
⚠️ थायरॉइड रोगियों के लिए सुझाव:
- लाल भाजी का कच्चा सेवन टालें (जैसे स्मूदी या सलाद में)।
- सप्ताह में 2–3 बार पकी हुई लाल भाजी खा सकते हैं।
- आयोडीन युक्त नमक और संतुलित आहार ज़रूरी है।

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