नापसंद किए जाने का साहस ।।

 


📘 Law 3: Task Separation – काम अलग करना सीखें

(Separate Tasks – This Is the Key to Freedom)

🔍 इस सिद्धांत का मूल विचार

हम दुखी इसलिए नहीं होते कि लोग हमें कुछ कहते हैं,
बल्कि इसलिए होते हैं क्योंकि हम
दूसरों का काम अपने सिर पर ले लेते हैं।

📌 हर इंसान के जीवन में तीन तरह के काम होते हैं:

  1. मेरा काम
  2. सामने वाले का काम
  3. भगवान / प्रकृति का काम

👉 समस्या तब होती है जब हम दूसरों के काम में दखल देते हैं।

🧠 Task Separation क्या है?

🔹 मेरा काम

  • कोशिश करना
  • सही निर्णय लेना
  • ईमानदारी से बोलना

🔹 दूसरों का काम

  • मुझे पसंद करना या नहीं
  • मेरी बात मानना या नहीं
  • मेरी आलोचना करना

📌 दूसरों की प्रतिक्रिया मेरी जिम्मेदारी नहीं।

🧩 उदाहरण से समझिए

उदाहरण 1:

👨‍💼 ऑफिस में आपने सुझाव दिया

❌ दुख: “बॉस ने नहीं माना”
✅ Task Separation:

  • सुझाव देना → मेरा काम
  • मानना/न मानना → बॉस का काम

उदाहरण 2:

👩 माता-पिता की चिंता

❌ “बच्चा मेरी बात क्यों नहीं मानता?”

  • समझाना → मेरा काम
  • मानना → बच्चे का काम

उदाहरण 3:

🤝 समाज

❌ “लोग मेरे बारे में क्या सोचेंगे?”

  • सही काम करना → मेरा काम
  • सोचना → दूसरों का काम

⚠️ Task Separation न करने के नुकसान

  • Overthinking
  • गुस्सा
  • Anxiety
  • Control की आदत

👉 इंसान थक जाता है और खुश नहीं रह पाता।

✅ Task Separation कैसे अपनाएँ?

✔️ 1. हर स्थिति में खुद से पूछें

“यह किसका काम है?”

अगर जवाब है “दूसरे का” → छोड़ दीजिए।

✔️ 2. Approval की भूख छोड़ें

  • सबको खुश रखना संभव नहीं
  • सबका approval ज़रूरी नहीं

✔️ 3. Respect + Distance रखें

  • जबरदस्ती नहीं
  • शांति से अपनी सीमा तय करें

✔️ 4. Control नहीं, Influence करें

  • समझाइए
  • लेकिन थोपिए मत

🌱 रोज़मर्रा के उदाहरण

🏢 ऑफिस

❌ “टीम मेरी बात माने”
✅ “मैं साफ और सही बात रखूँ”

🏠 परिवार

❌ “सब मेरी तरह सोचें”
✅ “सब अपने फैसले लें”

🧠 Law 3 का सार (One Line)

जो अपने काम तक सीमित रहता है,
वही आज़ाद और शांत रहता है।

🔔 यह Law क्यों ज़रूरी है?

क्योंकि यही Law:

  • मानसिक शांति देता है
  • रिश्तों में दूरी नहीं, सम्मान लाता है
  • आपको लोगों की राय से आज़ाद करता है

📘 Law 4: योगदान की भावना = सच्ची खुशी

(Contribution Leads to Happiness)

🔍 इस नियम का मूल विचार

इंसान की सच्ची खुशी
👉 पैसा, पद, तारीफ या जीत से नहीं
👉 बल्कि इस भावना से आती है कि
“मैं किसी के काम आ रहा हूँ”

📌 जब तक इंसान खुद को बेकार महसूस करता है,
वह खुश नहीं रह सकता।

🧠 किताब क्या कहती है?

❌ आम सोच

  • “जब लोग मेरी तारीफ करेंगे तब मैं खुश होऊँगा”
  • “जब मैं सबसे आगे निकलूँगा तब संतोष मिलेगा”

✅ Adler की सोच

  • खुशी तब आती है जब:
    • आप उपयोगी महसूस करते हैं
    • आप समाज में योगदान देते हैं

📌 Superior बनने की जरूरत नहीं, Useful बनना काफी है।

🧩 उदाहरण से समझिए

उदाहरण 1:

👨‍💼 ऑफिस में एक कर्मचारी

❌ सोच:
“मुझे कोई पहचान नहीं देता, मैं दुखी हूँ”

✅ बदलाव:
जब वह टीम की मदद करता है,
समस्या सुलझाता है
→ उसे अंदर से संतोष मिलने लगता है

उदाहरण 2:

👩 गृहिणी / माता-पिता

❌ “मेरी कोई कदर नहीं”
✅ “मेरे होने से परिवार चलता है”

👉 योगदान की भावना से आत्मसम्मान बढ़ता है।

⚠️ पहचान (Recognition) की भूख का नुकसान

  • इंसान दूसरों पर निर्भर हो जाता है
  • तारीफ न मिले तो टूट जाता है
  • तुलना और ईर्ष्या बढ़ती है

📌 जबकि Contribution अंदर से ताकत देता है

✅ Law 4 को जीवन में कैसे अपनाएँ?

✔️ 1. सवाल बदलें

❌ “मुझे क्या मिलेगा?”
✅ “मैं क्या दे सकता हूँ?”

✔️ 2. छोटे योगदान को भी महत्व दें

  • सलाह देना
  • मदद करना
  • किसी का मन हल्का करना

👉 योगदान छोटा हो सकता है,
लेकिन असर बड़ा होता है।

✔️ 3. तुलना छोड़ें

  • दूसरों से आगे निकलना जरूरी नहीं
  • खुद के तरीके से उपयोगी बनना काफी है

✔️ 4. समाज का हिस्सा बनें

  • परिवार
  • ऑफिस
  • समाज

📌 अलग-थलग रहकर खुशी नहीं मिलती।

🌱 रोज़मर्रा के उदाहरण

🏢 ऑफिस

❌ “मुझे प्रमोशन नहीं मिला”
✅ “मैं टीम के लिए क्या बेहतर कर सकता हूँ?”

🏠 परिवार

❌ “कोई मेरी कदर नहीं करता”
✅ “मेरी भूमिका जरूरी है”

🧠 Law 4 का सार (One Line)

जो इंसान उपयोगी महसूस करता है,
वही अंदर से संतुष्ट और खुश रहता है।

🔔 यह Law क्यों ज़रूरी है?

क्योंकि यह:

  • आत्मसम्मान बढ़ाता है
  • अकेलापन कम करता है
  • Approval की भूख खत्म करता है


📘 Law 5: नापसंद किए जाने का साहस

(The Courage to Be Disliked – True Freedom)

🔍 इस नियम का मूल विचार

हम ज़्यादातर फैसले इस डर से लेते हैं कि
“लोग क्या कहेंगे?”

लेकिन यह डर हमें:

  • झूठा बनाता है
  • कमजोर करता है
  • अपने असली जीवन से दूर कर देता है

📌 आज़ादी की कीमत है – कुछ लोगों की नाराज़गी।

🧠 किताब क्या कहना चाहती है?

❌ आम सोच

  • सब मुझे पसंद करें
  • कोई नाराज़ न हो
  • मैं गलत न लगूँ

👉 यह असंभव है।

✅ Adler की सोच

  • सही काम करो
  • ईमानदार रहो
  • लोग पसंद करें या नहीं – वह उनका काम है

🧩 उदाहरण से समझिए

उदाहरण 1:

👨‍💼 ऑफिस में सही बात कहना

❌ डर: “बॉस नाराज़ हो जाएगा”
✅ साहस: “यह सही है, इसलिए कहूँगा”

👉 आप शायद नापसंद किए जाएँ,
लेकिन खुद की नज़र में गिरेंगे नहीं।

उदाहरण 2:

👩 परिवार में सीमा तय करना

❌ “ना बोलूँगी तो लोग बुरा मानेंगे”
✅ “हर बात में हाँ बोलना मेरी ज़िम्मेदारी नहीं”

उदाहरण 3:

🤝 समाज

❌ दिखावे के लिए जीना
✅ अपने मूल्यों के अनुसार जीना

⚠️ इस Law को गलत मत समझिए

  • यह घमंड नहीं है
  • यह बदतमीज़ी नहीं है
  • यह लापरवाही नहीं है

📌 इसका मतलब है: सम्मान के साथ अपनी सच्चाई पर खड़े रहना

✅ Law 5 को जीवन में कैसे अपनाएँ?

✔️ 1. सही और गलत तय करें

  • अपने मूल्य साफ रखें
  • भीड़ के पीछे मत भागें

✔️ 2. Task Separation याद रखें

  • आपकी जिम्मेदारी: सही काम
  • दूसरों की जिम्मेदारी: प्रतिक्रिया

✔️ 3. अकेले खड़े होने की हिम्मत रखें

  • हर सही फैसला लोकप्रिय नहीं होता
  • लेकिन वही आपको मजबूत बनाता है

✔️ 4. Contribution पर टिके रहें

  • अगर आप समाज के लिए उपयोगी हैं
  • तो आलोचना आपको तोड़ नहीं सकती

🌱 रोज़मर्रा के उदाहरण

🏢 ऑफिस

❌ “सब खुश रहें”
✅ “काम सही हो”

🏠 परिवार

❌ “लोग क्या सोचेंगे”
✅ “यह मेरे लिए सही है या नहीं”

🧠 Law 5 का सार (One Line)

जो नापसंद किए जाने का साहस रखता है,
वही सच में आज़ाद होता है।

🔔 यह Law क्यों सबसे महत्वपूर्ण है?

क्योंकि यही Law:

  • डर खत्म करता है
  • आत्मसम्मान बढ़ाता है
  • आपको अपना जीवन जीने देता है


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